वक्फ बिल पर मंगलवार को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) की बैठक में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बनर्जी और भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच जमकर बहस हुई।
इस दौरान बनर्जी ने सामने रखी कांच की बोतल उठाई और टेबल पर दे मारी। PTI के मुताबिक, उन्होंने टूटी बोतल JPC के चेयरमैन भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की ओर भी फेंकी, हालांकि वे बच गए।
बनर्जी के इस बर्ताव पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने नियम 347 के तहत उन्हें सस्पेंड करने की मांग की। 9-7 की वोटिंग के बाद उन्हें एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। बनर्जी बैठक छोड़कर चले गए।
बोतल तोड़ने से बनर्जी के अंगूठे और उंगली में चोट लगी है। उन्हें फर्स्ट ऐड दिया गया। 4 टाके लगे हैं। घटना के बाद कुछ देर के लिए मीटिंग रोक दी गई। बनर्जी पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से सांसद हैं।
भाजपा और TMC सांसद के बीच हुई इस तीखी नोक-झोंक के दौरान सेवानिवृत्त जजों और सुप्रीम कोर्ट के वकीलों समेत कई जानी-मानी हस्तियां भी मीटिंग में सुझाव देने के लिए मौजूद थीं।
वक्फ (संशोधन) बिल 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था और विपक्ष की आपत्ति के बीच इसे JPC को सौंपा गया था। कमेटी को अगले संसद सत्र के पहले हफ्ते में अपनी रिपोर्ट लोकसभा को सौंपनी है।
कल्याण अचानक उठ कर बोलने लगे तो भाजपा सांसद ने टोका संसद में मंगलवार को भाजपा के जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति रिटायर्ड जजों और वकीलों की एक टीम के विचार सुन रही थी। इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने सवाल किया कि विधेयक में उनकी क्या हिस्सेदारी है।
कल्याण बनर्जी अपनी बारी से पहले बोलना चाहते थे। वे पहले ही तीन बार बोल चुके थे और फिर से मौका चाहते थे। लेकिन भाजपा सांसद ने इसका विरोध किया। इसके बाद दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दोनों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
कल्याण के इस तरह से हस्तक्षेप करने पर BJP सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने उन्हें टोका। इस पर कल्याण ने अचानक बोतल उठाई और पटक दी, जिस से कांच उनके ही हाथ में लग गया। इसbके बाद उन्होंने टूटी बोतल चेयरमैन की ओर फेंकी।
JPC ने ओडिशा के कटक से जस्टिस इन रियलिटी और पंचसखा प्रचार के सदस्यों का भी सुझाव लिया। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के पांच सांसदों का एक प्रतिनिधि मंडल भी विधेयक पर अपने विचार दिए। इसके पहले समिति ने सोमवार को बैठक की थी, जिसमें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों को मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया गया था।
JPC में लोकसभा से 21 सदस्य – भाजपा के 7, कांग्रेस के 3 सांसद 1. जगदंबिका पाल (भाजपा) 2. निशिकांत दुबे (भाजपा) 3. तेजस्वी सूर्या (भाजपा) 4. अपराजिता सारंगी (भाजपा) 5. संजय जायसवाल (भाजपा) 6. दिलीप सैकिया (भाजपा) 7. अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा) 8. श्रीमती डीके अरुणा (YSRCP) 9. गौरव गोगोई (कांग्रेस) 10. इमरान मसूद (कांग्रेस) 11. मोहम्मद जावेद (कांग्रेस) 12. मौलाना मोहिबुल्ला (सपा) 13. कल्याण बनर्जी (TMC) 14. ए राजा (DMK) 15. एलएस देवरायलु (TDP) 16. दिनेश्वर कामत (JDU) 17. अरविंत सावंत (शिवसेना, उद्धव गुट) 18. सुरेश गोपीनाथ (NCP, शरद पवार) 19. नरेश गणपत म्हास्के (शिवसेना, शिंदे गुट) 20. अरुण भारती (LJP-R) 21. असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM)
JPC में राज्यसभा से 10 सदस्य – भाजपा के 4, कांग्रेस का एक सांसद
1. बृज लाल (भाजपा) 2. डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी (भाजपा) 3. गुलाम अली (भाजपा) 4. डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (भाजपा) 5. सैयद नसीर हुसैन (कांग्रेस) 6. मोहम्मद नदीम उल हक (TMC) 7. वी विजयसाई रेड्डी (YSRCP) 8. एम मोहम्मद अब्दुल्ला (DMK) 9. संजय सिंह (AAP) 10. डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े (राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत)