उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक इस बार महाकुंभ का आयोजन होना है । ऐसा अनुमान है कि 12 साल बाद होने वाले इस आयोजन में 45 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे । इस महाकुंभ को कचरा मुक्त और प्लास्टिक मुक्त करने हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने “एक थाली-एक थैला” अभियान प्रारंभ किया है।
संघ के विभाग संघचालक टेकचंद बरडिया ने बताया कि इस अभियान के तहत प्रत्येक घर से एक थाली और एक कपड़े का थैला इकट्ठा किया जाएगा और उसे महाकुंभ में भेजा जाएगा ताकि वहाँ कम से कम कचरा और प्लास्टिक बिखरे और पर्यावरण को नुक़सान न पहुँचे ।
श्री टेकचंद ने बताया कि लगभग 4 हज़ार टन कचरा महाकुंभ में रोज उत्पन्न होगा परंतु इस अभियान के द्वारा कचरे में से 50 फ़ीसदी तक की कमी लाई जा सकेगी।
महाकुंभ के समय प्रयागराज और नदियाँ सब स्वच्छ हो यह इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है और साथ ही युवाओं का हिंदू संस्कृति के मानदंडों के साथ आत्मिक जुड़ाव हो ,इसलिए प्रत्येक घर से “एक थाली-एक थैला” अभियान शुरू किया गया है।
हर बार यह देखने में आता है कि भोजन करने के दौरान डिस्पोजल का उपयोग अधिक होने के कारण कचरा बहुत ज़्यादा होता है और थाली प्रयोग में लाने से डिस्पोजल कचरें से मुक्ति मिलेगी, जिस से कचरे का स्वतः प्रबंधन हो कर पर्यावरण शुद्ध होगा और थैला प्रयोग में लाने पर सिंगल प्लास्टिक पर बहुत हद तक अंकुश लगेगा।