आंध्र प्रदेश के अन्नमय्या जिले में हुए एक खौफनाक हत्या के मामले ने तेलुगु राज्यों में सनसनी मचा दी है. आंध्र प्रदेश के रहने वाले और विदेश में काम करने वाले अंजनैया प्रसाद ने अपनी 12 साल की बेटी के साथ हुए अन्याय का बदला लेने के लिए बेहद ही हैरान करने वाला कदम लिया. उन्होंने विदेश से भारत आकर आरोपी की बेरहमी से हत्या की और फिर वापस विदेश चले गए।
Andhra Pradesh Father Case: क्या हुआ ऐसा की सब हैरान
अन्नमय्या ज़िले के ओबुलावरिपल्ले मंडल के मंगमपेट गांव के निवासी अंजनैया प्रसाद पिछले 15 साल से अरब देश कुवैत में काम कर रहे है. वह “PRASAD KUWAIT” नाम से एक Youtube चैनल चलाते है और कुवैत में अपना जीवन यापन करते है. बता दें कि शादी के बाद अंजनैया अपनी पत्नी को अपने साथ कुवैत ले गए और वहां उन्होंने अपनी बेटी की परवरिश की, लेकिन बेटी को कुछ समय बाद अपने ससुराल में छोड़ दिया और समय-समय पर आर्थिक मदद भेजते रहे. एक साल पहले उन्होंने अपनी आर्थिक रूप से कमजोर चाची लक्ष्मी को कुवैत बुलाया और बेटी की देखभाल का जिम्मा अपनी पत्नी की छोटी बहन को सौंप दिया।
Andhra Pradesh Father Case: कैसे हुआ सच का सामना
शुरुआटी दौर में लक्ष्मी और उनके पति वेंकटारमणा ने बच्ची का ख्याल रखा, लेकिन बाद में उन्होंने इसकी जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया. इस बीच, अंजनैया की पत्नी कुवैत से भारत लौट आईं जहाँ आने पर पता चला कि लक्ष्मी के चाचा ने उनकी बेटी का कथित तौर पर यौन शोषण किया है. इस पर मां और बेटी ने ओबुलावरिपल्ले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने आरोपी को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया और मां-बेटी को वापस भेज दिया।
Andhra Pradesh Father Case: खुदने लिया अपनी बेटी का बदला
पुलिस की कार्रवाई से नाराज अंजनैया ने खुद बदला लेने का फैसला किया. 6 दिसंबर को वह कुवैत से भारत लौटे और लोहे की रॉड से आरोपी की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के बाद वह उसी दिन शाम की फ़्लाइट से कुवैत लौट गए।
Andhra Pradesh Father Case: सच सामने आने पर सब हैरान
हत्या के बाद अंजनैया प्रसाद ने अपने Youtube चैनल पर एक वीडियो के जरिए अपने गुनाह को कबूल किया. इस एक यूटूब वीडियो ने उनके दोस्तों और रिश्तेदारों को चौंका दिया।
Andhra Pradesh Father Case: पुलिस पर खड़े हुए सवाल
पुलिस ने अंजनैया प्रसाद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें कुवैत से वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस घटना ने न्याय व्यवस्था, पुलिस की निष्क्रियता और मानवाधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।