Rajasthan Water Supply : राजस्थान में एक बार फिर से किसानों के लिए बहुत बड़ी सौगात सामने निकल कर आ रही है जी हां आपको बता दें कि अब किसान यह न्यूज़ सुनकर बहुत ही प्रसन्न होने वाले हैं क्योंकि अभी तक आप भी खेतों में पानी की समस्या को लेकर परेशान थे तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रदेश सरकार ने इस परेशानी को हल करने के लिए एक योजना(Water Supply) तैयार कर ली है आपको बता दें कि Rajasthan में पानी की समस्या से निजात पाने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है।
Water Supply Yojna से होगी पेयजल की पूर्ति :
जल संसाधन विभाग ने बताया है कि राजस्थान के दक्षिणी जिलों को आपस में जोड़ दिया जाएगा जहां पास बांध बनाए जाएंगे इससे पेयजल से संबंधित संकट दूर होगा।
दरअसल बता दें कि मानसून सीजन में जाखम और माही बांध से जाने वाला सारा पानी जो की गुजरात में ऐसे ही फालतू ही बह जाता है उसी को रोकने के लिए अब सरकार( Water Supply Yojna)बना रही है।
Water Supply Yojna के अनुसार तैयार हो रही डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) के मुताबिक, अगर यह प्रोजेक्ट सफल हुआ तो डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़,बांसवाड़ा, सलूंबर, चित्तौड़गढ़,पाली,राजसमंद,और जोधपुर के जैसे ही 9 जिलों जहाँ की आबादी 10 लाख से ज्यादा है कों पेयजल मिल जायेगा और यही नहीं 86,000 हेक्टेयर जमीन भी सिंचित हो जाएगी।
आपको बतादे की माही बांध बांसवाड़ा जिले में माही नदी में बना हुआ है, इसकी जल कों संग्रहण करने की क्षमता 76,986 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) है. वहीं, दूसरी ओर जाखम बांध प्रतापगढ़ में जाखम नदी में निर्मित है, इसकी भी क्षमता 5,014 एमसीएफटी के करीब है।.
मानसून के दिनों ये दोनों बांध ही भरकर उफान मारने लगते है जिससे अतिरिक्त जल गुजरात के कडाना बांध पहुंचते हुए अरब सागर में मिल जाता है।
इस प्रोजेक्ट के अनुसार जल को दो तरह से डायवर्ट किया जाएगा – पहला ग्रेविटी फ्लो और दूसरा नहर-पंपिंग सिस्टम। अब माही बांध से उफान वाले पानी कों जाखम बांध में सीधे डायवर्ट कर दिया जाएगा, फिर वही से जयसमंद झील तक भी पहुंचाया जाएगा।
जयसमंद झील से जल को मातृकुंडिया, बड़गांव बांधों में भेज दिया जाएगा और फिर बाद में भीलवाड़ा राजसमंद, चित्तौड़गढ़ इलाकों में भी वितरित किया जावेगा।. इस तरह से माही से सोम कमला से होते हुए अंबा बांध तक जल वितरण किया जाएगा और वहां से होते हुए उदयपुर के ऋषभदेव, झाड़ोल,खेरवाड़ा होते हुए सेई डेम के पास लाया जाएगा।
Water Supply योजना से न केवल सिंचाई होगी बल्कि पेयजल के क्षेत्र में विकास हो जायेगा, जयसमंद झील जैसी पर्यटन स्थलों को भी बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा. झील का जलस्तर पूरा रहने से पर्यटन को भी अच्छा बढ़ावा मिलता रहेगा।
जल संसाधन विभाग की माने तों पानी का आवंटन अब इन बांधों की उपलब्धता और उनके क्षमता के आधार पर ही होगा. साथ Water Supply Yojna परियोजना के तहत भी दक्षिणी राजस्थान के समस्त जिलों को भी जोड़ दिया जाएगा, इससे कृषि रकबा बहुत बढ़ जायेगा और पेयजल संकट से काफी राहत मिल जाएगी।