Rajasthan News: राजस्थान में जमीनों की रजिस्ट्री में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। कई जगहों पर पहले से बने हुए भवनों को दस्तावेजों में खाली जमीन दिखाकर रजिस्ट्री करा लिया गया। अब यह मामला सामने आने के बाद सरकार ने सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों में 16 करोड़ रुपए की चोरी पकड़ी है। इस घोटाले में शामिल 430 से अधिक लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं और जल्द ही उनसे वसूली की जाएगी।
सीकर जिले में सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां अकेले 10 करोड़ की पंजीयन फीस चोरी का मामला दर्ज किया गया है। विभाग ने 250 भवन मालिकों को नोटिस भेजे हैं, जिनसे पंजीयन शुल्क की वसूली की जाएगी। वहीं, सीकर शहर में ही करीब 2 करोड़ रुपए की रिकवरी की जाएगी।
शहर में शुरू हुई प्रशासनिक कार्रवाई
सरकार ने इस घोटाले को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। शनिवार को सब-रजिस्ट्रार सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में शहर में कार्रवाई की गई। विभाग ने फतेहपुर रोड, नवलगढ़ रोड और पिपराली रोड जैसे इलाकों में जांच की, जहां कई जगहों पर नियमों की अनदेखी कर रजिस्ट्री कराई गई थी।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगर नोटिस मिलने के बाद भी राशि जमा नहीं की गई, तो भवनों की कुर्की की जाएगी। इसके साथ ही यह अभियान लगातार जारी रहेगा, जिससे सरकारी राजस्व की हानि को रोका जा सके।
गलत रजिस्ट्री कराने वालों पर होगी FIR
जिन लोगों ने गलत तरीके से जमीन की रजिस्ट्री करवाई है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी तैयारी की जा रही है। विभाग का कहना है कि पहले सभी को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था, लेकिन अब जो लोग शुल्क जमा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
कैसे हुआ यह घोटाला?
- स्कूल बना, लेकिन रजिस्ट्री खाली जमीन की: जयपुर-झुंझुनूं बाईपास इलाके में एक संस्थान ने खाली भूखंड के रूप में रजिस्ट्री कराई, जबकि मौके पर स्कूल बना हुआ था। अब विभाग ने इस संस्था को 34 लाख रुपए की रिकवरी का नोटिस दिया है।
- तीन मंजिला हॉस्टल, फिर भी कर चोरी: सीकर के पिपराली रोड इलाके में एक छात्रावास संचालक ने खाली जमीन के रूप में रजिस्ट्री कराई, लेकिन जांच में पता चला कि वहां तीन मंजिला हॉस्टल बना हुआ था। अब विभाग ने भवन मालिक को नोटिस जारी कर दिया है।
- छह दुकानें बनी, फिर भी गलत रजिस्ट्री: फतेहपुर रोड इलाके में एक भूखंड मालिक ने खाली प्लॉट के हिसाब से रजिस्ट्री कराई, जबकि मौके पर छह दुकानें बनी हुई थीं। अब विभाग ने रिकवरी का नोटिस जारी किया है और दुकानों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
डीआईजी स्टाम्प का बयान
डीआईजी स्टाम्प नीरज मीणा ने बताया कि विभाग की टीमों ने कई स्थानों पर निरीक्षण किया और पाया कि कई मामलों में लोगों ने गलत जानकारी देकर जमीन की रजिस्ट्री कराई।
उन्होंने कहा, सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों में अब तक 16 करोड़ रुपए की हेराफेरी सामने आई है। इसमें सिर्फ सीकर जिले में 10 करोड़ रुपए की वसूली होनी है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने गलत तरीके से रजिस्ट्री करवाई है, उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
निष्कर्ष
राजस्थान में जमीनों की रजिस्ट्री में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें भवन मालिकों ने गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। सरकार ने 430 से अधिक लोगों को नोटिस जारी किया है और वसूली के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
अगर समय पर राशि जमा नहीं की गई, तो भवनों को कुर्क करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। प्रशासन की सख्ती के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।