Rajasthan के Ajmer जिले के Beawar में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म देकर सभी को चौंका दिया। यह दुर्लभ प्रसव 10 जनवरी को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में हुआ, जहां डॉक्टर और परिजन इस अनोखे मामले को देखकर हैरान रह गए।
चारों नवजात स्वस्थ, डॉक्टरों की टीम ने किया बेहतरीन इलाज
चिकित्सकों के अनुसार, यह प्रसव समय से लगभग एक माह पूर्व हुआ, जिससे नवजात शिशुओं का वजन अपेक्षाकृत कम था।
जन्म के समय बच्चों का वजन इस प्रकार था:
पहला शिशु – 1.5 किलोग्राम
दूसरा शिशु – 1.3 किलोग्राम
तीसरा शिशु – 1.2 किलोग्राम
चौथा शिशु – 1.7 किलोग्राम
कम वजन के कारण चारों नवजातों को तुरंत स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भर्ती किया गया, जहां डॉ. एम.एस. चंदावत की टीम ने उनकी विशेष देखभाल की।
ऑक्सीजन सपोर्ट और विशेष देखभाल से मिली नई जिंदगी
बाल स्वास्थ्य परियोजना निदेशक, डॉ. प्रदीप चौधरी के अनुसार, नवजातों को शुरुआत में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया और लैक्टेशनल मैनेजमेंट सेंटर (CLMC) की मदद से निरंतर दुग्धपान करवाया गया।
धीरे-धीरे सभी शिशुओं की सेहत में सुधार हुआ:
पहले और चौथे शिशु ने तीन दिन बाद
दूसरे शिशु ने पांच दिन बाद
तीसरे शिशु ने छह दिन बाद सामान्य स्तनपान शुरू कर दिया।
एक महीने बाद स्वस्थ हालत में मिली अस्पताल से छुट्टी
लगभग एक महीने की गहन चिकित्सा देखभाल के बाद, 10 फरवरी को चारों नवजातों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। छुट्टी के समय उनका वजन इस प्रकार था:
पहला शिशु – 1.56 किलोग्राम
दूसरा शिशु – 1.38 किलोग्राम
तीसरा शिशु – 1.3 किलोग्राम
चौथा शिशु – 1.9 किलोग्राम
डॉक्टरों और अस्पताल की टीम के बेहतरीन प्रयासों के चलते चारों नवजात और उनकी मां अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
Rajasthan में दुर्लभ प्रसव का सफल मामला
चार बच्चों का जन्म एक दुर्लभ चिकित्सा घटना है, जिसमें कई जटिलताएँ हो सकती हैं। इस मामले में डॉक्टरों और चिकित्सा टीम ने सफलतापूर्वक इस स्थिति को संभाला, जिससे नवजातों को सुरक्षित जीवन मिल सका।
यह मामला Rajasthan के चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक मिसाल बन गया है और यह दर्शाता है कि सही देखभाल और चिकित्सा सुविधाओं से जटिल प्रसव को भी सफलतापूर्वक प्रबंधित किया जा सकता है।