Rajasthan National Highway: राजस्थान से गुजरने वाले नेशनल हाईवे के रूट में हुआ बदलाव , जमीन अधिग्रहण का काम शुरू, कई गांव से होके गुजरा

Rajasthan National Highway
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Rajasthan National Highway : वर्तमान में बीड़ में कटान केवल 20 फीट है, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए 600 मीटर जमीन की आवश्यकता थी। यह क्षेत्र बीड़ संग्रहण क्षेत्र है, इसलिए इसके लिए वन विभाग और वन्य जीव अभ्यारण्य कमेटी से अनुमति लेना आवश्यक था। हालांकि, बाद में इस परियोजना को वापस ले लिया गया और नेशनल हाइवे ऑर्थोरिटी को इसकी जानकारी दी गई।

राजस्थान के इस  National Highway में हुआ बदलाव : 

राजस्थान में झुंझुनूं रेवाड़ी-बीकानेर नेशनल हाइवे नंबर 11 का झुंझुनूं जिले का रास्ता बदल दिया गया है। पहले यह राजमार्ग झुंझुनूं-चिड़ावा और सिंघाना से होकर गुजरता था, लेकिन अब इसकी जगह एक नई राजमार्ग बनाई जाएगी।

वन विभाग ने झुंझुनूं बीड़ से फोरलेन सड़क बनाने की अनुमति नहीं दी थी, इसलिए यह बीड़ से पांच किमी उत्तर दिशा में National Highway बनाया जाएगा।

इस परियोजना के लिए डीपीआर तैयार हो चुका है, जिसमें झुंझुनूं से पचेरी तक 72 किमी फोरलेन रोड का निर्माण किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है और इसका निर्माण अगले वर्ष शुरू हो जाएगा। इस परियोजना पर लगभग 1400 करोड़ रुपये का खर्च होगा।

रेवाड़ी से नारनौल, झुंझुनूं और बीकानेर तक नया NH 11 मंजूर

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 2013 में रेवाड़ी से नारनौल, झुंझुनूं और बीकानेर तक नया राष्ट्रीय राजमार्ग 11 मंजूर किया था। इस परियोजना के तहत रेवाड़ी से पचेरी और झुंझुनूं से बीकानेर तक काम पूरा हो चुका है, लेकिन झुंझुनूं से पचेरी तक का हिस्सा अभी भी अधूरा है ¹।

पहले झुंझुनूं बीड़ में पुराने राज्य राजमार्ग पर ही फोरलेन बनाने का प्रस्ताव था। यहां बीड़ संग्रहालय की घोषणा की गई है और यहां मृग भी रहते हैं। वन विभाग ने बीड़ से फोरलेन हाइवे बनाने की बजाय एलिवेटेड रोड बनाने की सिफारिश की थी।

इस परियोजना में बगड़, खुडाना, बख्तावरपुरा, चिड़ावा, सिंघाना और पचेरी शामिल थे। यहां एक एलिवेटेड सड़क बनानी चाहिए थी, लेकिन National Highway अथॉरिटी ने इसका रूट ही बदल दिया। अब यह झुंझुनूं से शुरू होकर गांवों से होते हुए सिंघाना-पचेरी मार्ग पर गुजरवास में मिल जाएगा।

प्रस्तावित एनएच 11 के पचेरी से झुंझुनूं के क्षेत्र के लिए एक नवीनतम डीपीआर तैयार किया गया है। यह झुंझुनूं-चिड़ावा सड़क से लगभग पांच किमी उत्तर दिशा में बीड़ में ग्रीन अलाईमेंट एरिया में बनेगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू हो गया है। – विकास गोयल, एनएचओ

फोरलेन रोड जमीन से ऊंचा होगा और चार निकास स्थानों पर होगा

नई सड़क जमीन से ऊपर उठाई जाएगी, जिसका व्यास 17 मीटर होगा। इसमें मध्य में एक डिवाइडर होगा और दोनों ओर 2.5 से 2.5 मीटर बर्म पर गिट्टी डाली जाएगी।

National Highway पर चार स्थानों से निकलने के रास्ते जिले में होंगे, जो प्रमुख शहरों के चारों ओर होंगे। इसके अलावा, प्रत्येक 500 मीटर पर अंडरपास बनाए जाएंगे ताकि जानवर आसानी से चल सकें।

इस परियोजना के लिए 60 मीटर चौड़ी जमीन की आवश्यकता है, जिसे एनएचएआई को मिलेगी। जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है और झुंझुनूं, चिड़ावा और सूरजगढ़ के एसडीएम को जमीन लेने की अनुमति मिली है।

यह फोरलेन झुंझुनूं National Highway के बाईपास है :

झुंझुनूं और पचेरी में इंटरचेंज जंक्शन बनाए जाएंगे। झुंझुनूं में यह फोरलेन नेशनल हाइवे के बाईपास पर बनाया जाएगा और इंटर जंक्शन मोड़ी पहाड़ के निकट होगा। पचेरी में भी हरियाणा बॉर्डर के पास एक इंटरजंक्शन होगा।

यह सड़क जमीन से तीन मीटर ऊंचाई पर बनाई जाएगी, ताकि मवेशियों और आम लोगों की आवाजाही को रोका जा सके। यह सड़क झुंझुनूं में मंड्रेला रोड से शुरू होकर बुडाना, मालीगांव, अलीपुर, पटेल नगर, पृथ्वीराजपुरा, ब्राह्मणों की ढाणी, तोलासेही, सांवलोद, गुजरवास होते हुए सिंघाना-पचेरी राजमार्ग पर जाता है।

गांवों की सड़कों पर लगभग दस व्हीकल अंडरपास बनाए जाएंगे। पहले झुंझुनूं बीड़, बगड़, बख्तावरपुरा, चिड़ावा और सिंघाना होते हुए पचेरी तक पूर्ववर्ती राजमार्ग पर पुल बनाया गया था।

National Highway एजेंसी पुरानी सड़क को ही फोरलेन बनाना चाहता था, जो झुंझुनूं को पार करता है। लेकिन वन विभाग ने वन्य जीवों की सुरक्षा को देखते हुए इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद, नेशनल हाइवे ने बीड़ को छोड़कर नया रूट बनाया, जो करीब पांच किमी की दूरी पर एलिवेटेड रोड बनाने से अधिक खर्चीला था।

अब डीपीआर बनाया गया है और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया है। एनएचएआई नई विधि से फायदा उठाएगा और दूरी में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। पहले यह 73 किमी था, अब 72 किमी है।

गांवों को पार करेगा National Highway :

बगड़, बख्तावरपुरा, चिड़ावा, सिंघाना, पचेरी और बगड़ में पहले बाइपास बनाए जाने थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इसके बजाय, इस National Highway राजमार्ग पर गांवों की मुख्य सड़कों पर लगभग दस व्हीकल अंडरपास बनाए जाएंगे।

इस बदलाव से किसानों की जमीन की कीमत कई गुणा बढ़ जाएगी। इसके अलावा, एनएचएआई ने झुंझुनूं मंडावा और फतेहपुर में 26 किमी बाइपास रोड बनाने में 156 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

झुंझुनूं में 13 km में से 10 km बाइपास बनाए गए हैं :

मंडावा में काम पूरा हो चुका है और झुंझुनूं में 13 किमी में से 10 किमी बाइपास बनाए गए हैं। पहले के मार्ग की तुलना में अब यह नया मार्ग गांवों के बाहर खेतों के अंदर से गुजरेगा।

इस नए National Highway मार्ग के कारण डीएलसी खेतों में कम होने से मुआवजा भी कम होगा और पक्का निर्माण भी नहीं टूटेगा। इसके अलावा, बाइपास बनाने की आवश्यकता नहीं होने से लागत कम होगी और दूरी भी कम होगी।

नए मार्ग पर काम करने से खर्च कम हुआ है और अनुमानित लागत 1400 करोड़ रुपये होगी। इस प्रस्ताव को मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया है और नव वर्ष से काम शुरू होने की उम्मीद है।

Join WhatsApp

Join Now