एक महिला द्वारा बेहद सनसनी मामला सामने आया है आरोप है कि रश्मि सिंह नाम की एक महिला ने खुद को IAS की पत्नी बनाकर कई महिलाओं से करोड़ों की ठगी की है..आइए जानते पूरा मामला क्या है…अधिक पढ़े
UP में कलेक्टर की पत्नी बन एक महिला ने करोड़ों ठगे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने है जहां एक महिला खुद को कलेक्टर की पत्नी बनाकर धोखेबाजी का ऐसा ताना-बाना बूँदती की उसमें कई महिलाओं को लपेटे में लिया राजधानी लखनऊ की इस महिला ने आलीशान कोठी और महंगी गाड़ियों के दम पर एक किटी ग्रुप बनाया फिर खुद को उसमें IAS की पत्नी के तौर पर बताकर महिलाओं को जाल में फसाया उनसे लाखों-करोड़ों रुपये की ठगी की मामला तब खुला जब एक महिला ने अपने 14 लख रुपए वापस मांगे इसके बाद शातिर महिला ने उसे सरकारी नोटिस का कॉपी नोटिस पेज कर डराया धमकाया और अब इस मामले में इंदिरा नगर थाने में आरोपी महिला और उसके पति के खिलाफ FIR रजिस्टर की गई है।
रश्मि सिंह पर आरोप है कि वह IAS की पत्नी बनकर किटी पार्टी में शामिल सभी महिलाओं से तालमेल बढाकर अपने रोब के द्वारा ठगी किया करती जानकारी के अनुसार उसने अब तक 1.5 करोड़ से अधिक की ठगी की है इंदिरा नगर की नेहा गडरु ने रश्मि सिंह और उसके पति अशोक सिंह पर जालसाज़ी का केस दर्ज करवाया इतना ही नहीं इंदिरा नगर की किटी पार्टी में शामिल अन्य कई महिलाओं से रश्मि सिंह ने ठगी की जिनके द्वारा अब ठगी का आरोप लगाया गया है।
आरोपी ने बेटी और बेटे के फीस के नाम पर लिए लाखों करोड़ों
नेहा गडरु ने आरोप लगाया कि रश्मि सिंह ने बेटी को MBBS कर रही बताया और बेटे को पायलट दोनों की फीस के नाम पर उसने नेहा से 19 लाख रुपए लिए रश्मि ने नेहा को ₹5 लाख वापस लौटाए जब बची हुई राशि नेहा द्वारा मांगी गई तब रश्मि ने नेहा को नोटिस भेज कर डराया और धमकाया इसके बाद नेहा ने रश्मि सिंह के खिलाफ इंदिरा नगर थाने में FIR दर्ज करवाई अब पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है अभी तक की पुलिस जाँच में सामने आया कि रश्मि सिंह के पास इंदिरा नगर के बाल विहार कॉलोनी में एक आलीशान कोठी और 5 महंगी गाड़ियां भी है वह कई अन्य महिलाओं से भी पैसे ठग चुकी है और एक अन्य महिला ने आरोप लगाया कि पैसे मांगने पर रश्मि सिंह आत्महत्या की धमकी देकर पुलिस केस में फसाने की धमकी देती थी इतना ही नहीं उसने कभी भी ऑनलाइन पैसे या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के तौर पर ठगी नहीं की थी।