GRP : वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर GRP प्रभारी निरीक्षक हेमंत कुमार सिंह और उनकी टीम चेकिंग में जुटी हुई थी. तभी प्लेटफॉर्म नंबर आठ पर एक संदिग्ध युवक नजर आया. युवक ने कंधे पर झोला टांग रखा था. जीआरपी ने टोका तो युवक ने कहा कि वह ज्वेलर है और उसे हावड़ा के लिए दून एक्सप्रेस पकड़नी है. GRP ने सख्ती दिखाई और कहा कि तलाशी तो देनी ही होगी. टीम ने बैग खुलवाया तो झोले के अंदर एक और झोला मिला. जब उस झोले को खुलवाया तो वहां पर मौजूद लोगों की आंखें फटी रह गईं. आइये जानते हैं पूरा मामला…
GRP टीम ने एक संदिग्ध की तलाशी ली तो निकले लाखों
GRP : वाराणसी कैंट स्टेशन पर एक बार फिर हवाला के लिए जा रहा कैश बरामद हुआ है. 47 लाख रुपये ले जा रहे स्वर्ण व्यापारी को GRP ने हिरासत में लिया है. जब GRP ने कैश का डिटेल माँगी तो व्यापारी ने कहा कि उसे 47 लाख के ड्राइफ्रूट खरीदने है.,जीआरपी ने हिरासत में लेते हुए सभी संबंधित विभागों को सूचित कर दिया है. दरअसल, कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर GRP को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया. बैग कंधे में टांगे संदिग्ध जीआरपी जवानों को देखकर मुंह छुपाने लगा. GRP के जवानों को शक हुआ तो उसकी बैग की चेकिंग की गई।
बैग से बड़ी मात्रा में कैश बरामद हुआ. व्यापारी ने बताया कि ड्राई फ्रूट लेने वाराणसी से कोलकत्ता जा रहा था. व्यापारी वाराणसी के चौक क्षेत्र का ही रहने वाला है. सख़्ती से पूछताछ के बावजूद कैश का सही साक्ष्य नहीं दे पाया. हवाला के रुपये के शंका में GRP ने कैश जब्त कर लिया और व्यापारी को हिरासत में ले लिया।
आरोपी व्यापारी ने कहा 47 लाख के ड्राईफ़्रूट्स लेने है
GRP थाना प्रभारी कुंवर प्रताप सिंह ने बताया, ‘प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर प्रभारी निरीक्षक जीआरपी हेमंत कुमार सिंह और उनकी टीम की ओर से चेकिंग की जा रही थी. चेकिंग के दौरान एक व्यक्ति को फुटओवर ब्रिज के नीचे से संदिग्ध पकड़ा गया. उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम शिवकुमार वर्मा बताया. गोला गली चौक का रहने वाला है. शिवकुमार जो बैग लिए था, उसमें से 47 लाख रुपये कैश बरामद हुआ. पूछने पर बताया कि हावड़ा ड्राईफूट खरीदने जा रहा हूं लेकिन कोई कागज इस संबंध में पेश नहीं किया. इतना पैसा लेकर सफर करने का कोई कागज भी नहीं है. इनकम टैक्स की टीम को सूचित किया गया है।
GRP टीम को समानित किया गया
GRP कुंवर प्रताप सिंह ने आगे बताया, ‘इन पैसो के संबंध में यह लोग कुछ ठीक से बता नहीं रहे हैं. कह रहे है कि ड्राइफ्रूट खरीदने जा रहे थे लेकिन संभवतया यह ज्वेलरी-हवाला का पैसा है. यह हावड़ा ले जाया जा रहा था. अभी हम जाँच कर रहे हैं. प्रथम दृष्टतया तो यही लग रहा है कि यह ज्वेलरी-हवाला का पैसा है. एक बैग था और उस बैग के अंदर बैग में था. ट्रेन की जहां तक बात तो शिवकुमार ने कहा कि वह दून एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे. अभी हम पूछताछ कर रहे हैं कि ये किस ट्रेन से हावड़ा जाने वाले थे. सराहनीय कार्य के लिए रेलवे SP की ओर से 5 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा GRP टीम को गई है.’।
5 thoughts on “GRP : ‘सर! हावड़ा जाना है…’ प्लेटफॉर्म पर खड़ा था युवक, GRP ने टोका, तलाशी में जो मिला, टीम की फटी रह गई आंखें…जाने पूरी खबर”
Comments are closed.