मानसी घोष: इंडियन आइडल 15 की विजेता ने चार साल की उम्र से संगीत सीखना किया था शुरू

सोनी टेलीविजन के लोकप्रिय रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल 15’ का खिताब कोलकाता की मानसी घोष ने अपने नाम कर लिया है। अपनी मधुर और जादुई आवाज से दर्शकों का दिल जीतने वाली मानसी ने फाइनल में सुभाजीत चक्रवर्ती और स्नेहा शंकर को हराकर यह मुकाम हासिल किया। उन्हें ट्रॉफी के साथ 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक कार भी दी गई। विजेता घोषित होने के बाद से सोशल मीडिया पर मानसी को बधाइयों का तांता लगा हुआ है।

फाइनल में कड़ा मुकाबला

ग्रैंड फिनाले में मानसी घोष, सुभाजीत चक्रवर्ती (सेकंड रनर-अप) और स्नेहा शंकर (रनर-अप) टॉप तीन फाइनलिस्ट थे। मानसी ने पूरे सीजन में अपनी शानदार गायकी से जजों और दर्शकों को प्रभावित किया। स्नेहा शंकर भी चर्चा में रहीं, क्योंकि फिनाले से पहले उन्हें टी-सीरीज के एमडी भूषण कुमार से गाने का कॉन्ट्रैक्ट ऑफर मिल चुका था। लेकिन बाजी मानसी के हाथ लगी, जिन्होंने अपनी लगन और प्रतिभा से यह खिताब अपने नाम किया। इस सीजन को श्रेया घोषाल, विशाल ददलानी और बादशाह ने जज किया।

चार साल की उम्र से संगीत की शुरुआत

24 साल की मानसी घोष कोलकाता के दमदम इलाके की रहने वाली हैं। उन्होंने क्राइस्टचर्च गर्ल्स स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की और फिर अंग्रेजी में ग्रेजुएशन पूरा किया। संगीत उनके खून में बसा है। चार साल की उम्र से उन्होंने गाना शुरू किया था। इंडियन आइडल में उन्होंने बताया, “मेरी मां को गाने का शौक था। वे चाहती थीं कि मैं अच्छी सिंगर बनूं। पारंपरिक बंगाली परिवार की तरह मैंने छोटी उम्र से संगीत सीखना शुरू किया। बाद में मुझे एहसास हुआ कि यह मेरी जिंदगी का हिस्सा है।”

मानसी इससे पहले बंगाली रियलिटी शो ‘सुपर सिंगर’ में रनर-अप रह चुकी हैं। इंडियन आइडल उनका पहला राष्ट्रीय मंच था, जहां उन्होंने न सिर्फ हिस्सा लिया, बल्कि जीत भी हासिल की।

बिंदास अंदाज ने जीता दिल

मानसी का आत्मविश्वास और बिंदास अंदाज शो में कई बार नजर आया। एक एपिसोड में संगीता बिजलानी बतौर गेस्ट आईं, तो मानसी ने उनसे पूछा, “क्या सच है कि आपकी और सलमान खान की शादी के कार्ड तक छप गए थे?” यह सवाल सुनकर सभी हैरान रह गए। उनकी गायकी के फैन मशहूर सिंगर सोनू निगम भी बन गए, जिन्होंने कहा, “तुम्हारी आवाज में जादू है, तुम बहुत काबिल हो।”

मानसी कई सालों से बंगाल में लाइव शो कर रही हैं और उनका अपना म्यूजिक बैंड ‘मानसी एंड मोनार्क्स’ भी है।

भविष्य की योजना: इंडिपेंडेंट म्यूजिक

जीत के बाद मानसी ने अपने सपनों को साझा किया। उन्होंने कहा, “मुझे गाने कंपोज करने का शौक है। मैं इंडिपेंडेंट म्यूजिक बनाना चाहती हूं, क्योंकि आजकल ट्रेंडिंग गाने इसी कैटेगरी के हैं। प्लेबैक सिंगिंग के लिए भी कोशिश करूंगी, लेकिन मेरा फोकस लाइव शो और इंडिपेंडेंट म्यूजिक पर है।”

ट्रॉफी हाथ में थामे मानसी ने भावुक होते हुए कहा, “मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि मैंने यह खिताब जीता। मैं सभी की आभारी हूं। मुझे बहुत प्यार मिला। मेरे दिमाग में बहुत कुछ चल रहा है, मैं बोल भी नहीं पा रही। सबका शुक्रिया।”

निष्कर्ष

मानसी घोष की यह जीत उनकी मेहनत और प्रतिभा का प्रमाण है। चार साल की उम्र से संगीत सीखने वाली इस युवा सिंगर ने इंडियन आइडल 15 के मंच पर अपनी छाप छोड़ी। उनका सफर प्रेरणादायक है और आने वाले समय में वे संगीत की दुनिया में और ऊंचाइयां छूने को तैयार हैं।

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