Mobile Phone Blast Case: हिमाचल प्रदेश से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिसमें एक फोन में ब्लास्ट में घायल हुई लड़की की मौत हो गई. युवती को टांडा में भर्ती किया गया था जहाँ उसने दम तोड़ दिया है..
आइए जानते है क्या है पूरा मामला…अधिक पढ़े.
Mobile Phone Blast Case: 7 दिन तक तड़पी और आख़िर तोड़ा दम
मोबाइल ब्लास्ट के मामले सामने आते रहते हैं. अभी के एक मामले में मोबाइल फ़ोन ब्लास्ट (Mobile Phone Blast) में घायल युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. 20 साल की लड़की किरण का हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था, जहां रविवार को उसने दम तोड़ दिया. 7 दिन से लड़की का इलाज चलता रहा. सूबे में मोबाइल ब्लास्ट से मौत का यह पहला ही मामला है. हालांकि, इससे पहले, मोबाइल ब्लास्ट की घटनाएं जरूर सामने आई हैं. यह भी जानकारी नहीं मिल पाई है कि फोन किस कंपनी का था।
Mobile Phone Blast Case: चार्ज होते हुए नेट चालू किया, फिर की बात
जानकारी के मुताबिक़, हिमाचल प्रदेश के चंबा के डलहौजी का यह मामला सामने आया है. 10 दिसंबर को यह घटना पेश आई थी. डलहौजी के सलूणी के बिचूणी गांव की 20 साल की लड़की किरण ने मोबाइल चार्जिंग पर लगाने के बाद नेट चालू किया और फिर फोन पर किसी से बात कर रही थी. इस दौरान एकदम से फोन बम की तरह फट गया और युवती के कान के पास चोट लगी थी. किरण की मां चंचल ने धमाका के आवाज सुनी और दूसरी मंजिल में वह बेटी के कमरे में पहुंची तो होश उड़ गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, परिवार ने जैसे-तैसे घायल बेटी को सलूणी में प्राइमरी हेल्थ सेंटर पहुंचाया तो वहां से किरण को चंबा मेडिकल कॉलेज भेजा गया. यहां से किरण को कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज रेफ किया गया था. चंबा मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के डॉ. विशाल महाजन ने घटना की पुष्टि की थी।
Mobile Phone Blast Case: 7 दिन इलाज के बाद तोड़ा दम, बिना होश गई
टांडा में पीड़ित लड़की को 7 दिन तक भर्ती रखा गया. लेकिन इस दौरान रविवार को युवती ने दम तोड़ दिया. उधर, मोबाइल ब्लॉस्ट के बाद घायल लड़की बयान देने की हालात में नहीं थी और इस कारण पूरे मामले का खुलासा नहीं हो पाया कि लड़की का मोबाइल कैसे फटा था और क्या हुआ. रविवार को टांडा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया और बाद में परिजनों ने युवती का अंतिम संस्कार कर दिया है।
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