Viral Ola Driver News : “तेरे पेट में लात मारके बच्चा गिरा दूंगा” – गर्भवती महिला से ओला ड्राइवर की हैवानियत, जान से मारने की दी धमकी, सोशल मीडिया पर मचा बवाल!

Viral Ola Driver News

Viral Ola Driver Case : उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है। एक गर्भवती महिला ने जब एक बेहद सामान्य सी मांग रखी – “एसी चला दीजिए” – तो ओला कैब ड्राइवर इस कदर भड़क उठा कि उसने हद ही पार कर दी। महिला के पेट में लात मारकर उसका बच्चा गिरा देने की धमकी दी गई, और उसे सफर के बीच में ही कैब से उतार दिया गया। इस शर्मनाक घटना ने महिला सुरक्षा, खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।


कैसे हुई पूरी घटना? महिला की खुद की ज़ुबानी

गर्भवती महिला ने अपनी आपबीती खुद लिंक्डइन जैसे प्रोफेशनल प्लेटफॉर्म पर शेयर की। उसने बताया कि वह नोएडा एक्सटेंशन से साकेत के लिए ओला कैब बुक कर रही थी। गर्मी के कारण उसने ड्राइवर से एसी चलाने का अनुरोध किया। इस पर ड्राइवर इतना गुस्से में आ गया कि उसने महिला को धमकाते हुए कहा:

“तेरे पेट में लात मारके बच्चा गिरा दूंगा।”

सोचिए, एक प्रेग्नेंट महिला के साथ इस तरह की भाषा और बर्ताव – यह सिर्फ असंवेदनशीलता नहीं, बल्कि एक गंभीर आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है।


बीच रास्ते में छोड़ा, धमकियां देता रहा

महिला के अनुसार, जब उसने विरोध किया तो ड्राइवर ने और भी अश्लील भाषा में बात की और उसे कैब से उतरने को मजबूर किया। ड्राइवर ने उसे धमकाते हुए कहा:

“अभी आगे देखो, क्या-क्या होता है!”

जिस महिला को मेडिकल इमरजेंसी पड़ सकती थी, उसे बीच रास्ते में छोड़ देना – यह इंसानियत के खिलाफ है। इससे बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या प्राइवेट कैब सेवा कंपनियां अपने ड्राइवरों की मनोवैज्ञानिक जांच करवा रही हैं?


महिला ने हेल्पलाइन और ओला कस्टमर केयर में की शिकायत

घटना के बाद महिला ने महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 और ओला कस्टमर सपोर्ट दोनों में शिकायत दर्ज कराई। ओला कंपनी की तरफ से जवाब आया कि उन्होंने “ड्राइवर के खिलाफ उचित कार्रवाई की है” और भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों इसके लिए वे प्रतिबद्ध हैं।

ओला की प्रतिक्रिया:

“हम ओला कैब के साथ आपकी यात्रा के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए माफी मांगना चाहते हैं। ड्राइवर के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई है।”

लेकिन क्या सिर्फ माफ़ी से बात खत्म हो जाएगी? क्या महिला की मानसिक स्थिति और गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा का कोई मुआवज़ा नहीं?


कैब ड्राइवरों की बढ़ती मनमानी और महिलाओं की असुरक्षा

यह कोई पहली घटना नहीं है जब कैब ड्राइवरों के खिलाफ महिला यात्रियों ने बदसलूकी और धमकी के आरोप लगाए हों। चाहे Uber हो या Ola, इन ऐप बेस्ड कैब सर्विस में ड्राइवरों की पृष्ठभूमि की जाँच अक्सर सवालों के घेरे में रही है।

क्या कहती है NCRB रिपोर्ट?

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध में हर साल लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और इनमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में होने वाले अपराध भी शामिल हैं।


गर्भवती महिलाओं के लिए कैब सेफ्टी गाइडलाइन की मांग

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने गुस्से में प्रतिक्रिया दी और सरकार से मांग की है कि गर्भवती महिलाओं के लिए अलग सुरक्षा गाइडलाइन बने, जैसे:

  • कैब में मेडिकल इमरजेंसी बटन
  • प्रेग्नेंट टैग के साथ बुकिंग
  • विशेष रूप से प्रशिक्षित ड्राइवर
  • फास्ट-ट्रैक शिकायत निवारण

सोशल मीडिया पर मचा बवाल, महिलाओं का फूटा गुस्सा

इस पोस्ट के वायरल होते ही Twitter (अब X), Facebook और LinkedIn पर हजारों लोगों ने महिला के समर्थन में आवाज उठाई। कईयों ने ओला ऐप को अनइंस्टॉल करने की मुहिम शुरू कर दी।

ट्विटर पर एक यूज़र ने लिखा:

“एक मां बनने वाली महिला को इस कदर डराना – इससे बड़ा जुर्म क्या हो सकता है?”


निष्कर्ष: क्या अब भी सुरक्षित हैं महिलाएं?

प्राइवेट कैब सेवाओं में रोज़ लाखों महिलाएं सफर करती हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं – क्या हम वाकई सुरक्षित हैं? सरकार, ट्रांसपोर्ट कंपनियों और समाज – तीनों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है।

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