PM Awas Yojana Rajasthan 2025 : प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत राजस्थान में गरीब और बेघर लोगों के लिए घर बनाने की प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है। योजना के पहले चरण में 2.88 लाख आवास बनाए जाने थे, लेकिन अभी तक 73,000 घरों का निर्माण अधूरा है।इस वजह से कई परिवारों का अपने घर का सपना अभी भी अधूरा बना हुआ है।
24,000 और आवासों की जरूरत, केंद्र से मांगी 283 करोड़ की राशि
राजस्थान के नगरीय विकास विभाग ने PM Awas Yojana Rajasthan 2.0 वर्जन के तहत केंद्र सरकार से 24,000 और नए आवासों की मांग की है। इसके लिए राज्य सरकार ने 283 करोड़ रुपये का अंशदान केंद्र सरकार से मांगा है। यह जानकारी राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने एक सवाल के जवाब में दी।
PM Awas Yojana Rajasthan: के तहत कितने वर्गफीट का मिलेगा घर?
योजना के तहत बनने वाले घरों का साइज इस प्रकार होगा:
मुख्यमंत्री आवास योजना:
- EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लिए – 350 वर्गफीट
- LIG (निम्न आय वर्ग) के लिए – 550 वर्गफीट
PM Awas Yojana Rajasthan:
- EWS के लिए – 322 वर्गफीट
- LIG के लिए – 645 वर्गफीट
अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम में भी राजस्थान पीछे
केन्द्र सरकार की अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम में भी राजस्थान की स्थिति अच्छी नहीं है। इस योजना में निजी बिल्डरों और सरकारी परियोजनाओं में रेंटल हाउसिंग के लिए विशेष रूप से घर बनाए जाने थे, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हुआ।
राजस्थान में अभी 35,000 से अधिक आवास खाली पड़े हैं, जिनमें सरकारी और निजी दोनों तरह के घर शामिल हैं। यदि इन घरों का सही उपयोग किया जाए, तो कई बेघर परिवारों को आवास मिल सकता है।
सरकार की कोशिशें और आगे की राह
राज्य सरकार केंद्र से अधिक अनुदान प्राप्त कर आवास निर्माण की गति बढ़ाने की कोशिश कर रही है। यदि 283 करोड़ रुपये की राशि मंजूर होती है, तो राज्य में हजारों लोगों को घर मिल सकता है। हालांकि, अभी इस योजना की कछुआ चाल सरकार की सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
अगर आप भी PM Awas Yojana Rajasthan का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपने घर के सपने को साकार करें!