Rajasthan Bypass News: पीडब्ल्यूडी एनएच विभाग ने नया बाईपास बनाने का खाका तैयार कर लिया है। अलवर से नौगांवा, गुरुग्राम और दिल्ली जाने वाले वाहनों की राह अब और भी आसान होगी। इस परियोजना के तहत रामगढ़ में बाईपास और रामगढ़ फाटक पर ओवरब्रिज बनाया जाएगा। इससे हर दिन सात लाख से ज्यादा वाहन चालकों को राहत मिलेगी।
कैसे होगा यह बाईपास और ओवरब्रिज प्रोजेक्ट?
अलवर से गुरुग्राम (एनएच 248ए) की दूरी करीब 145 किमी है। वर्तमान में वाहन चालकों को नूंह इलाके के जरिए शहर के अंदर से होकर जाना पड़ता है। इस दौरान उन्हें रामगढ़ फाटक पर ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी यात्रा का समय बढ़ जाता है। इसी समस्या को हल करने के लिए रामगढ़ बाईपास बनाया जा रहा है। यह बगड़ तिराहे के आगे से घूमकर रामगढ़ से होते हुए सीधे एनएच 248ए में मिलेगा।
इसी प्रोजेक्ट के तहत रामगढ़ फाटक पर 7 किमी लंबा दो लेन का ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। इस परियोजना पर करीब 110 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। पीडब्ल्यूडी एनएच विभाग के एक इंजीनियर के अनुसार, बाईपास और ओवरब्रिज निर्माण के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
किसानों की जमीन भी आएगी बाईपास में
इस बाईपास के निर्माण के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। सरकार अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देगी। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कितने गांवों की जमीन इस परियोजना में आएगी। हालांकि, पीडब्ल्यूडी एनएच विभाग जल्द ही गजट नोटिफिकेशन जारी करेगा।
यात्रियों को जाम से मिलेगी राहत
रामगढ़ फाटक के बंद होने पर वाहन चालकों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। इससे उनका समय भी अधिक लगता है और कई बार भारी जाम की स्थिति बन जाती है। लंबे समय से लोग यहां आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) की मांग कर रहे थे। भाजपा ने उपचुनाव के दौरान इस समस्या से निजात दिलाने का वादा किया था। इस बाईपास और ओवरब्रिज के बनने के बाद लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी।
कब तक पूरा होगा यह प्रोजेक्ट?
पीडब्ल्यूडी एनएच विभाग ने इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। जैसे ही सरकार की मंजूरी मिलेगी, निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।