CITIIS 2.0 योजना के तहत 18 शहरों को 100-100 करोड़ रुपये मिलेंगे, जिनमें जयपुर और उदयपुर भी शामिल हैं। जानें इस योजना के फायदे और क्या होगा बदलाव।
CITIIS 2.0: राजस्थान के इन दो शहरों की बड़ी उपलब्धि
भारत सरकार की CITIIS 2.0 (सिटी इन्वेस्टमेंट्स टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन) योजना में जयपुर और उदयपुर को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत 18 शहरों को 100-100 करोड़ रुपये दिए जाएंगे, जिससे शहरी विकास को नया स्वरूप मिलेगा।
यह योजना शहरों को स्मार्ट, आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
CITIIS 2.0 क्या है?
CITIIS 2.0 केंद्र सरकार की एक अहम शहरी विकास योजना है, जिसका मकसद बेहतर स्वच्छता, हरित विकास और स्मार्ट बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देना है।
- ठोस कचरा प्रबंधन में सुधार
- शहरों का आधुनिक बुनियादी ढांचा
- हरित विकास और पर्यावरण संरक्षण
- शहरों की प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए सुपर स्वच्छ लीग
कौन-कौन से शहर हुए शामिल?
CITIIS 2.0 योजना में निम्नलिखित 18 शहरों को चुना गया है:
- जयपुर और उदयपुर (राजस्थान)
- श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर)
- बरेली, आगरा (उत्तर प्रदेश)
- मुजफ्फरपुर (बिहार)
- गुवाहाटी (असम)
- अगरतला (त्रिपुरा)
- न्यू टाउन कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
- बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
- बेलागावी (कर्नाटक)
- राजकोट (गुजरात)
- उज्जैन, जबलपुर (मध्य प्रदेश)
- पणजी (गोवा)
- तिरुवनंतपुरम (केरल)
- मदुरै, थंजावुर (तमिलनाडु)
इन शहरों के बीच “सुपर स्वच्छ लीग” के तहत प्रतिस्पर्धा होगी, जिससे शहरी विकास को गति मिलेगी।
CITIIS 2.0 से क्या होंगे फायदे?
- साफ-सुथरा और हरित शहर – कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था में सुधार
- बेहतर आधारभूत ढांचा – सड़कों, परिवहन और जल प्रबंधन में सुधार
- स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम – शहरों में सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक बनाया जाएगा
- प्रतिस्पर्धा से बेहतर प्रदर्शन – बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को अतिरिक्त सहायता मिलेगी
निष्कर्ष
CITIIS 2.0 योजना से जयपुर और उदयपुर को बड़ा फायदा होगा। 100-100 करोड़ रुपये की सहायता से यह शहर स्वच्छ, हरित और आधुनिक बनेंगे। यह योजना न केवल शहरी विकास को नया आयाम देगी, बल्कि नागरिकों को भी बेहतर जीवन स्तर प्रदान करेगी।