Rajasthan Day 2025: सरकार ने खोला खजाना, भव्य उत्सव और एडवेंचर टूरिज्म से बदलेगा पर्यटन का नज़रिया!
Rajasthan Day 2025 इस बार बेहद खास होने वाला है। 30 मार्च को होने वाले इस आयोजन को प्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर मनाने की तैयारी कर ली है। इसे ‘Rajasthan Festival’ के रूप में भव्य रूप से मनाया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ एडवेंचर टूरिज्म को भी बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है। सरकार ने इसके लिए पर्याप्त बजट भी आवंटित किया है, ताकि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य को देश-दुनिया तक पहुंचाया जा सके। आइए जानते हैं इस आयोजन से जुड़ी हर अहम जानकारी।
भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर
राजस्थान सरकार ने इस बार Rajasthan Day को सिर्फ एक परंपरागत आयोजन तक सीमित न रखकर इसे एक भव्य उत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। पर्यटन विभाग ने इस उत्सव को ‘Rajasthan Festival’ का नाम दिया है, जिसमें प्रदेशभर के सभी जिलों और संभाग मुख्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि इस बार आयोजन का मुख्य उद्देश्य राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को देश-विदेश तक पहुंचाना है। इसके तहत स्थानीय कलाकारों को मंच दिया जाएगा, जिससे उनकी कला को पहचान मिले और उन्हें रोजगार के नए अवसर भी मिलें।
एडवेंचर टूरिज्म को मिलेगी प्राथमिकता
इस बार Rajasthan Day के आयोजन में एडवेंचर टूरिज्म को खास जगह दी गई है। विभाग के मुताबिक, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जंगलों, पहाड़ों और ऐतिहासिक स्थलों पर हाईकिंग, ट्रैकिंग और फोटोग्राफी जैसी रोमांचक गतिविधियां कराई जाएंगी।
इससे ना सिर्फ स्थानीय लोगों को बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी राजस्थान के प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से जानने का अवसर मिलेगा। इस कदम से एडवेंचर लवर्स के बीच राजस्थान का आकर्षण और भी बढ़ने की उम्मीद है।
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा बड़ा मंच
Rajasthan Festival के जरिए लोक कलाकारों को खास मंच देने की योजना बनाई गई है। लोक नृत्य, गायन, कठपुतली नाटक, थिएटर, पेंटिंग और फोटोग्राफी जैसी गतिविधियों को इस बार विशेष जगह दी गई है।
सरकार का मानना है कि इससे प्रदेश की अनदेखी प्रतिभाओं को पहचान मिलेगी और उन्हें अपनी कला को बड़े मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, स्थानीय शिल्पकारों और हस्तशिल्प व्यापारियों को भी इस फेस्टिवल में अपनी कला और उत्पादों का प्रदर्शन करने का मौका दिया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
संभाग और जिलों में होंगे विशेष आयोजन
Rajasthan Festival के तहत राज्य के सभी संभाग मुख्यालयों और जिलों में बड़े स्तर पर आयोजन किए जाएंगे। प्रमुख स्मारकों, ऐतिहासिक स्थलों और पर्यटन केंद्रों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा।
विद्यार्थियों के लिए भी खास प्रबंध किए गए हैं। उन्हें विभिन्न पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों का नि:शुल्क भ्रमण कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें नेचर ट्रैकिंग और हाईकिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज़ का अनुभव भी दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक धरोहर से जोड़ना है।
बजट का विशेष प्रावधान
सरकार ने इस आयोजन के लिए पर्याप्त बजट आवंटित किया है। हर संभाग को 4 लाख रुपये और प्रत्येक जिले को 3 लाख रुपये का बजट दिया गया है।
सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों की रिपोर्ट और उससे जुड़ी फोटोग्राफी एक महीने के भीतर मुख्यालय को सौंपें। इससे आने वाले वर्षों में होने वाले आयोजनों की योजना और बेहतर ढंग से बनाई जा सकेगी।
उदयपुर में तैयारियां जोरों पर
उदयपुर में Rajasthan Festival को लेकर खास तैयारियां हो रही हैं। कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में बैठक होने वाली है, जिसमें आयोजन की विस्तृत रूपरेखा तय की जाएगी।
पर्यटन विभाग ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को संजोना, पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।
आखिर क्यों खास होगा Rajasthan Festival?
इस बार का Rajasthan Day सिर्फ उत्सव तक सीमित नहीं रहेगा। यह आयोजन प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान, स्थानीय प्रतिभाओं के उत्थान और पर्यटन के नए रास्ते खोलने का काम करेगा। सरकार के इस कदम से जहां राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत को नया जीवन मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
30 मार्च को होने वाले इस भव्य उत्सव को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। Rajasthan Festival न केवल प्रदेश के गौरवशाली इतिहास को दर्शाएगा, बल्कि आने वाले समय में इसे पर्यटन के लिए नई पहचान भी देगा।
क्या आप इस Rajasthan Festival का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं?