Rajasthan Highway News: जयपुर से किशनगढ़ के बीच छह लेन नेशनल हाईवे पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक के कारण जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की राजस्थान इकाई ने इस मार्ग पर ट्रैफिक सर्वेक्षण किया और पाया कि मौजूदा सड़क मौजूदा यातायात भार को वहन करने में असमर्थ है। इसी को ध्यान में रखते हुए हाईवे के विस्तार के लिए दो बड़े प्रस्ताव तैयार किए गए हैं।
ट्रैफिक सर्वे में क्या सामने आया?
NHAI के सर्वे के अनुसार, जयपुर-किशनगढ़ हाईवे पर प्रतिदिन लगभग 1 लाख कारों के बराबर ट्रैफिक गुजरता है। तकनीकी भाषा में इसे “पैसेंजर कार यूनिट” (PCU) कहा जाता है। भारत में नेशनल हाईवे निर्माण के लिए नियम यह है कि यदि किसी सड़क पर 60,000 से 1,00,000 PCU ट्रैफिक हो, तो वहां कम से कम आठ लेन की सड़क होनी चाहिए। वर्तमान में यह सड़क छह लेन की है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है।
Rajasthan Highway News: NHAI के दो बड़े प्रस्ताव
1. छह लेन एक्सप्रेस-वे निर्माण
- जयपुर से किशनगढ़ के बीच 93 किलोमीटर लंबा नियंत्रित एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा।
- एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ स्थानीय ट्रैफिक के लिए अलग से सर्विस लेन बनाई जाएगी।
- इस प्रस्ताव के तहत हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को पूरी तरह समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
2. मौजूदा हाईवे को आठ लेन में विस्तार
- वर्तमान छह लेन हाईवे को आठ लेन में विस्तारित किया जाएगा।
- हाईवे के दोनों ओर स्थानीय ट्रैफिक के लिए सर्विस लेन बनाई जाएगी।
- इससे हाईवे पर ट्रैफिक निर्बाध रूप से संचालित हो सकेगा।
जयपुर से पचपदरा तक नया हाई स्पीड कॉरिडोर
NHAI एक नया हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने की भी योजना बना रही है। इस कॉरिडोर की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। यह हाईवे जयपुर रिंग रोड के पास बालावाला से शुरू होकर किशनगढ़, अजमेर और जोधपुर होते हुए पचपदरा तक बनाया जाएगा। इसकी कुल लंबाई 350 किलोमीटर होगी। पहले इसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़े जाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसे जयपुर से शुरू करने का निर्णय लिया गया।
जल्द मिल सकती है हरी झंडी
NHAI की ओर से इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देकर जल्द ही दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद जयपुर से किशनगढ़ के बीच यात्रा अधिक सुगम और तेज़ हो जाएगी।