राजस्थान के झुंझुनूं जिले से गुजरने वाले Rewari-Bikaner National Highway 11 का रूट बदल दिया गया है। अब यह झुंझुनूं-चिड़ावा और सिंघाना के पुराने मार्ग की जगह एक नए रूट पर बनाया जाएगा। वन विभाग ने बीड़ क्षेत्र से फोरलेन सड़क की अनुमति नहीं दी, जिसके चलते नया मार्ग तय किया गया है। अब यह झुंझुनूं से निकलकर कई गांवों से होते हुए सिंघाना-पचेरी मार्ग पर गुजरवास में मिलेगा।
परियोजना का विवरण
- नया रूट: झुंझुनूं से होकर गुजरने वाला यह नया National Highway 11 अब गांवों से होकर निकलेगा।
- लंबाई: डीपीआर के अनुसार झुंझुनूं से पचेरी तक 72 किमी लंबा फोरलेन रोड बनाया जाएगा।
- जमीन अधिग्रहण: प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, निर्माण कार्य अगले वर्ष से प्रारंभ होगा।
- कुल लागत: इस प्रोजेक्ट पर लगभग 1400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
झुंझुनूं बीड़ से क्यों नहीं गुजर रहा National Highway 11?
वन विभाग ने बीड़ क्षेत्र में वन्य जीवों की सुरक्षा के मद्देनजर यहां से फोरलेन बनाने की अनुमति नहीं दी। पहले यहाँ एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन अधिक खर्च के कारण नेशनल हाइवे अथॉरिटी (NHAI) ने रूट बदल दिया।
नए रूट का लाभ और विशेषताएँ
- गांवों को जोड़ेगा: बगड़, बख्तावरपुरा, चिड़ावा, सिंघाना और पचेरी जैसे कई गांवों को अब हाइवे से सीधा जोड़ा जाएगा।
- इंटरचेंज जंक्शन: झुंझुनूं और पचेरी में इंटरचेंज जंक्शन बनाए जाएंगे।
- बाईपास नहीं बनेगा: पहले जिन इलाकों में बाइपास प्रस्तावित थे, अब वहां सीधा हाइवे गुजरेगा।
- मुआवजा दरों में बदलाव: खेतों से गुजरने के कारण मुआवजा कम होगा, और पक्के निर्माण कम टूटेंगे।
- पर्यावरण-संरक्षण के उपाय: हर 500 मीटर पर अंडरपास बनाए जाएंगे ताकि पशु और ग्रामीण आसानी से सड़क पार कर सकें।
- फोरलेन रोड की विशेषताएँ: नया Rewari-Bikaner National Highway 11 सड़क से ऊंचा होगा और चार निकास स्थानों के साथ बनाया जाएगा।
झुंझुनूं से पचेरी तक नया मार्ग
झुंझुनूं से पचेरी तक National Highway 11 का नया रूट ग्रीन अलाईमेंट में आएगा। यह झुंझुनूं-चिड़ावा मार्ग से करीब 5 किमी उत्तर दिशा में बनेगा। विकास गोयल (NHAI अधिकारी) के अनुसार, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा जा चुका है।
फोरलेन सड़क निर्माण की तकनीकी विशेषताएँ
- चौड़ाई: सड़क की कुल चौड़ाई 60 मीटर होगी।
- डिवाइडर: बीच में 2.5 मीटर का डिवाइडर रहेगा।
- अंडरपास: हर 500 मीटर पर अंडरपास का निर्माण होगा।
- भूमि अधिग्रहण: 600 मीटर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी।
- निर्माण लागत: 1400 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश।
नए मार्ग से किसानों को फायदा
- जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी: नए हाईवे से लगने वाली जमीनों की कीमत में कई गुना बढ़ोतरी होगी।
- सीधा संपर्क: अब बगड़, बख्तावरपुरा, चिड़ावा, सिंघाना, पचेरी जैसे गांव सीधे हाइवे से जुड़ जाएंगे।
- कम खर्च, अधिक लाभ: बाइपास नहीं बनने से सरकार की लागत कम होगी और किसानों को अधिक मुआवजा मिलेगा।
परियोजना का वर्तमान स्टेटस और भविष्य की योजना
- भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जारी है।
- सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से मंजूरी की प्रतीक्षा।
- निर्माण कार्य 2026 तक पूरा होने की संभावना।
निष्कर्ष
Rewari-Bikaner National Highway 11 के इस नए रूट से झुंझुनूं और आसपास के गांवों के लिए एक बड़ा बदलाव आएगा। नए मार्ग से क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, किसानों को अधिक लाभ मिलेगा और यातायात की सुविधा भी बेहतर होगी।