Rajasthan New Rail Lines: भारतीय रेलवे राजस्थान के रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। 273 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन और 300 पुलों के निर्माण की यह परियोजना यात्रियों और माल परिवहन के लिए अत्यधिक लाभदायक होगी। इस परियोजना के तहत कई रेलवे खंडों को दोहरीकरण किया जा रहा है जिससे ट्रेनों की संख्या और गति में वृद्धि होगी।
राजस्थान में यह विस्तार राज्य के आर्थिक, औद्योगिक और पर्यटन विकास में भी सहायक होगा। नए पुलों और ट्रैक दोहरीकरण से न केवल रेलवे यात्रा अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक होगी बल्कि माल परिवहन को भी गति मिलेगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
Rajasthan New Rail Lines: परियोजना का मुख्य उद्देश्य
इस परियोजना के तहत भारतीय रेलवे राजस्थान में रेल यातायात को सुचारु बनाने और नेटवर्क को विस्तार देने के लिए काम कर रहा है। इस परियोजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं—
यात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्रा – दोहरीकरण और पुलों के निर्माण से ट्रेनों की गति और संख्या बढ़ेगी, जिससे यात्रियों को अधिक ट्रेनें उपलब्ध होंगी।
माल परिवहन को बढ़ावा – Rajasthan में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। नए रेलवे ट्रैक से उद्योगों को बेहतर माल परिवहन सुविधा मिलेगी।
पर्यटन और व्यापार में सुधार – राजस्थान एक पर्यटन प्रधान राज्य है। रेलवे नेटवर्क के विस्तार से पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
रेलवे सुरक्षा और संरचना में सुधार – नए पुलों के निर्माण से बरसात में जलभराव की समस्या समाप्त होगी, जिससे ट्रेनों का परिचालन बाधित नहीं होगा।
लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड दोहरीकरण: बड़ा बदलाव आने वाला है
Rajasthan के लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड का दोहरीकरण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। 273 किलोमीटर लंबे इस रेलमार्ग को चार चरणों में विकसित किया जा रहा है, जिससे ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे।
तीन चरणों में हो रहा दोहरीकरण कार्य
- पहला चरण:
लूणी से राखी तक – 70 KM - दूसरा चरण:
मोदरान से कोडी तक – 40 KM - तीसरा चरण:
रानीवाड़ा से भीलड़ी तक – 70 KM
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सफाई कार्य पूरा होने के बाद अर्थवर्क किया जा रहा है। इसके बाद नदी-नालों पर नए पुलों का निर्माण किया जाएगा और कंक्रीट ट्रैक बिछाया जाएगा।
2027 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य
भारतीय रेलवे ने Rajasthan New Rail Lines परियोजना को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस परियोजना के तहत—
भीलड़ी से रामसन तक – 26 KM
लूणी से समदड़ी तक – 50 KM
रेल दोहरीकरण का कार्य तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा फायदा मालवाहक गाड़ियों को मिलेगा, जिससे राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा।
300 नए पुलों का निर्माण, ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी
300 पुलों के निर्माण से कई फायदे होंगे:
जलभराव की समस्या दूर होगी।
ट्रेन संचालन अधिक सुरक्षित होगा।
स्पीड बढ़ने से यात्रा समय में कटौती होगी।
इस परियोजना में 10 बड़े पुल प्रमुख नदियों और गहरे नालों पर बनाए जाएंगे। इनके निर्माण से बरसात के समय ट्रेनों की सुचारु आवाजाही सुनिश्चित होगी।
रेल यात्रियों को होगा बड़ा फायदा
अभी इस रूट पर—
2 पैसेंजर और 2 एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं।
कुछ द्वि-साप्ताहिक और साप्ताहिक ट्रेनें भी संचालित हो रही हैं।
दोहरीकरण पूरा होते ही नई ट्रेनें शुरू होंगी जिससे टिकट की उपलब्धता बढ़ेगी और यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे।
रेलवे विद्युतीकरण: आधुनिकरण की दिशा में एक और कदम
गौरतलब है कि समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड का आमान परिवर्तन पहले ही पूरा हो चुका था और 2024 में इसका विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया गया है। अब दोहरीकरण के बाद यह रेलमार्ग पूरी तरह आधुनिक और सुविधाजनक बन जाएगा।
विद्युतीकरण के कई फायदे हैं—
डीजल इंजनों पर निर्भरता कम होगी।
पर्यावरण को कम नुकसान होगा।
ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी।
Rajasthan New Rail Lines से औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा
इस प्रोजेक्ट से कई फायदे होंगे:
स्थानीय व्यापारियों और किसानों को लाभ मिलेगा।
औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
राजस्थान का रेलवे नेटवर्क अधिक मजबूत होगा।
पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
रेलवे नेटवर्क का विस्तार राजस्थान के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के लिए अत्यधिक लाभदायक होगा। नई रेलवे लाइनें और रेलवे दोहरीकरण से मालगाड़ियों की आवाजाही सुगम होगी, जिससे कृषि और व्यापारिक क्षेत्र में भी सुधार होगा।
निष्कर्ष :
राजस्थान में Rajasthan New Rail Lines के तहत 273 KM रेल दोहरीकरण और 300 नए पुलों का निर्माण हो रहा है। इस परियोजना से—
रेलवे यात्रा अधिक सुगम और तेज़ होगी।
माल परिवहन बढ़ेगा, जिससे व्यापार और उद्योगों को लाभ मिलेगा।
पर्यटन क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी।
2027 तक पूरा होने वाले इस प्रोजेक्ट से रेलवे का बुनियादी ढांचा और अधिक विकसित होगा, जिससे राजस्थान के लाखों रेल यात्रियों को फायदा मिलेगा।