Rajasthan New Zoo : राजस्थान में बनेगा NCR का सबसे बड़ा चिड़ियाघर, पर्यटकों को मिलेगा अनोखा अनुभव और 150 से अधिक जीव-जन्तु

Rajasthan New Zoo
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Rajasthan New Zoo: राजस्थान के पर्यटन प्रेमियों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए बड़ी खबर है। एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) का सबसे बड़ा चिड़ियाघर अब राजस्थान के अलवर जिले में बनने जा रहा है। इस चिड़ियाघर में 150 से अधिक पशु-पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलेंगी। राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए 2 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है, और जल्द ही इस पर काम शुरू होने वाला है।

Rajasthan New Zoo: कहां बनेगा यह चिड़ियाघर?

अलवर जिले में कटीघाटी और जयसमंद के आसपास 95 हेक्टेयर भूमि पर इस चिड़ियाघर का निर्माण किया जाएगा। इसमें से 35 हेक्टेयर सिवायचक भूमि को वन विभाग ने इस प्रोजेक्ट के लिए आवंटित कर दिया है।

कैसा होगा यह चिड़ियाघर?

यह नया चिड़ियाघर तमिलनाडु के प्रसिद्ध अरिगनार अन्ना जूलॉजिकल पार्क (चेन्नई) की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसमें न केवल आधुनिक एनक्लोजर होंगे, बल्कि पक्षियों के लिए अलग क्षेत्र और विभिन्न प्रजातियों के सांपों के लिए विशेष जोन भी बनाए जाएंगे।

वन्यजीव प्रेमियों के लिए आकर्षण

  • 150+ जीव-जंतु: इस चिड़ियाघर में बाघ, शेर, हाथी, गैंडा, भालू, तेंदुआ और कई अन्य जानवरों की प्रजातियां देखने को मिलेंगी।
  • पक्षियों के लिए विशेष क्षेत्र: इस Zoo में पक्षियों के लिए अलग से विस्तृत एरिया विकसित किया जाएगा, जहां पर्यटक विभिन्न दुर्लभ पक्षी प्रजातियों को देख सकेंगे।
  • सांपों का विशेष जोन: कई प्रकार के विषैले और गैर-विषैले सांपों को इस जू में रखा जाएगा, जिससे लोग उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
  • आकर्षक वनस्पति: इस जू में विभिन्न प्रकार के विशेष पौधे लगाए जाएंगे, जो पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव देंगे।

बजट और सरकार की योजना

Rajasthan सरकार ने इस चिड़ियाघर के पहले चरण के लिए 25 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि इस परियोजना की पूरी लागत अधिक हो सकती है, इसलिए सरकार आगामी बजट में इसके लिए अतिरिक्त राशि जारी कर सकती है।

Rajasthan New Zoo: पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान

इस चिड़ियाघर के निर्माण में पर्यावरण को प्राथमिकता दी जाएगी। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि कटीघाटी और जयसमंद के आसपास के पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। रास्ते पेड़ों के बीच से ही तैयार किए जाएंगे, और केवल घनी झाड़ियों को हटाने का प्रस्ताव है।

पर्यटकों को क्या मिलेंगे खास अनुभव?

यह Zoo न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र होगा। यहाँ विशेष रूप से:

  • नेचर वॉक और सफारी की सुविधा
  • शिक्षा केंद्र, जहां बच्चों को वन्यजीव संरक्षण की जानकारी दी जाएगी
  • वन्यजीवों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए डिजिटल डिस्प्ले और डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग

चिड़ियाघर का निर्माण कब तक पूरा होगा?

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस Zoo की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर ली गई है और टेंडर प्रक्रिया इसी महीने शुरू होने वाली है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो अगले कुछ वर्षों में यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

अलवर पहले से ही अपने ऐतिहासिक किलों, सरिस्का टाइगर रिजर्व और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इस नए चिड़ियाघर के खुलने से राजस्थान के पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा और अलवर जिले को नई पहचान मिलेगी।

निष्कर्ष

Rajasthan New Zoo परियोजना न केवल एनसीआर क्षेत्र का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बनने जा रही है, बल्कि यह राजस्थान के पर्यटन उद्योग में एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाला स्थल भी साबित होगा। सरकार और वन विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यह Zoo न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण बने, बल्कि वन्यजीवों के संरक्षण में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।

पर्यटकों के लिए यह चिड़ियाघर एक बेहतरीन स्थान होगा, जहां वे प्रकृति और वन्यजीवों के करीब आकर एक अद्वितीय अनुभव ले सकेंगे।

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