पेपर लीक से मिली नौकरी पर संकट
Rajasthan Paper Leak News: राजस्थान सरकार ने पेपर लीक और धांधली से नौकरी पाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि ऐसे 134 लोगों की सूची तैयार कर ली गई है। सरकार इनसे पाई-पाई वसूलने की योजना पर काम कर रही है।
राजस्थान में बढ़ते पेपर लीक घोटाले
राजस्थान पिछले कुछ वर्षों में पेपर लीक और सरकारी नौकरियों में धांधली के मामलों को लेकर सुर्खियों में रहा है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्यों के बच्चों तक परीक्षा से पहले पेपर पहुंचने की घटनाएं सामने आई थीं। इन आरोपों के चलते RPSC के दो सदस्य राजू राम राईका और बाबूराम कटारा जेल में हैं।
SOG की जांच और बड़े खुलासे
राजस्थान पुलिस की विशेष टीम (SOG) ने कई पेपर लीक मामलों का खुलासा किया। नौकरी पाने वाले कई उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया गया, गिरोह पकड़े गए और बड़े नाम भी जांच के घेरे में आए। लेकिन अब सरकार इस कार्रवाई को अभी और कठोर बनाएगी।
पेपर लीक से नौकरी पाने वालों से होगी वेतन की वसूली
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि पेपर लीक और धांधली के जरिए सरकारी नौकरी पाने वालों से सरकार वेतन सहित अन्य भुगतानों की वसूली करेगी।
SOG रिपोर्ट के आधार पर 134 PTI शिक्षक बर्खास्त
मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि SOG रिपोर्ट में 243 शारीरिक शिक्षकों (PTI) के खिलाफ गड़बड़ी की पुष्टि हुई। 2022 की भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आई, जिसके बाद 134 PTI शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया।
PTI भर्ती घोटाले की बड़ी बातें:
✔️ 134 PTI शिक्षकों को बर्खास्त किया गया।
✔️ 19 को अपॉइंटमेंट ही नहीं मिला था।
✔️ 10 लोग डर के कारण नौकरी जॉइन नहीं कर पाए।
✔️ 33 PTI ने हाईकोर्ट में अपील दायर की।
✔️ 47 पर विधिक कार्रवाई जारी।
शिक्षा विभाग के 5 कर्मचारी भी बर्खास्त
मदन दिलावर ने बताया कि शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले ओम प्रकाश बिश्नोई को भी शिक्षा विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है।
🔹 5 अन्य सरकारी कर्मचारियों को भी हटा दिया गया है।
🔹 30 अन्य कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, जिनकी आगे जांच होगी।
सरकार की सख्त कार्रवाई, कांग्रेस पर निशाना
मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस के मुकाबले दोगुनी भर्ती की है।
भाजपा सरकार में 13,331 शिक्षकों की भर्ती हुई, जबकि कांग्रेस सरकार में केवल 7,700 शिक्षकों की भर्ती हुई थी।
निष्कर्ष:
राजस्थान में पेपर लीक और धांधली के खिलाफ सरकार की कार्रवाई तेज हो गई है। अब धोखाधड़ी से नौकरी पाने वालों को अपनी सैलरी लौटानी होगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।