Rajasthan Roadways: राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में परिवहन सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ी पहल की गई है। राजस्थान रोडवेज ग्रामीण बस सेवा को फिर से शुरू करने की योजना बनाई गई है, जिससे हजारों ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत बूंदी जिले के 9 ग्रामीण मार्गों पर बस सेवा शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) द्वारा रोडवेज को घाटे से उबारने और अधिक राजस्व अर्जित करने के उद्देश्य से इस योजना को लागू किया जा रहा है। इससे उन इलाकों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जहां अभी तक कोई सरकारी परिवहन सुविधा उपलब्ध नहीं थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बसों के नहीं चलने से यात्रियों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता था, जिससे उन्हें अधिक किराया चुकाना पड़ता था।
Rajasthan Roadways – ग्रामीण यात्रियों के लिए राहत
राजस्थान रोडवेज की इस पहल से दर्जनों गांवों के हजारों लोगों की यात्रा आसान और किफायती हो जाएगी। पहले करीब 15 साल पहले राजस्थान रोडवेज ग्रामीण बस सेवा के तहत इन मार्गों पर बसें चलाई जाती थीं, लेकिन बाद में इन्हें बंद कर दिया गया था। अब दोबारा यह सेवा शुरू करने की कवायद की जा रही है।
बूंदी जिले में 9 नए रूटों पर दौड़ेंगी बसें
बूंदी जिले में 22-सीटर डीलक्स बसों के संचालन के लिए निविदाएं मांगी गई हैं। यह बसें बूंदी से जुड़े 9 ग्रामीण मार्गों पर चलाई जाएंगी, जिससे उन इलाकों के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
इन मार्गों पर चलेंगी बसें
- बूंदी – बिजोलिया (सिलोर, कालपुरिया, नमाना, लोईचा, गरदडा) – 61 किमी
- बूंदी – लंबाखोह (सुतड़ा, राजपुरा, गणेशपुरा, लंबाखोह, डोरा) – 70 किमी
- बूंदी – गोहाटा (झालाजी का बराना, बोरदा, रेबारपूरा, नौतड़ा, गोहाटा) – 80 किमी
- बूंदी – जहाजपुर (देव जी का थाना, विजयगढ़, रघुनाथपुरा, सहसपुरिया) – 60 किमी
- बूंदी – अंथड़ा (सिलोर, कालपुरिया, नमाना, गादेगाल, लालपुरा) – 42 किमी
- बूंदी – केशवरायपाटन (माटुंडा, बंबोरी, रायथल, मायजा, मंडावरा) – 45 किमी
- बूंदी – चाण्दाखुर्द (लबान, देईखेड़ा, खरायता, बलकासा, दौलतपुरा) – 80 किमी
- बूंदी – हिण्डोली (पगारां, काछोला, मेण्डी, धोवड़ा, चैंता) – 25 किमी
- बूंदी – देई (डाबेटा, आकोदा, डोडी, डोकून, भजनेरी) – 60 किमी
कैसे भरी जाएंगी निविदाएं?
आरएसआरटीसी जयपुर मुख्यालय ने ग्रामीण परिवहन सेवा में प्राइवेट बस संचालकों, सेवानिवृत्त चालकों और परिचालकों से निविदाएं मांगी हैं।
- पहले चरण में 362 ब्लॉक में 365 बसें शामिल की जाएंगी।
- दूसरे चरण में अधिक बसें जोड़ी जाएंगी।
- एक बार किसी रूट पर परमिट जारी होने के बाद, किसी अन्य ऑपरेटर को वहां परमिट नहीं मिलेगा।
- रोडवेज 15% अतिरिक्त रियायती वित्तीय भार का भुगतान करेगी।
- निविदाएं 12 फरवरी से 3 मार्च तक भरी जा सकती हैं, और 5 मार्च को इन्हें खोला जाएगा।
ग्रामीण यात्रियों को होगा बड़ा फायदा
इस योजना के लागू होने से हजारों ग्रामीणों को सस्ती, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सकेगी। इसके अलावा, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। बूंदी जिले के आसपास के इलाकों के किसान और व्यापारी अब आसानी से अपने सामान को बाजार तक पहुंचा सकेंगे।
ग्रामीणों की यात्रा होगी आसान!
राजस्थान रोडवेज की इस नई पहल से उन इलाकों के लोग जो अभी तक निजी वाहनों पर निर्भर थे, अब आसानी से सरकारी बस सेवा का लाभ उठा पाएंगे। इससे न केवल उनका समय और पैसा बचेगा, बल्कि यात्रा भी अधिक सुरक्षित होगी।