Rajasthan Women’s Day: सिरोही की 5 सहेलियों ने पहनी खाकी, संघर्ष की कहानी से बदल दी गांव की तक़दीर

Rajasthan Women's Day
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

राजस्थान के सिरोही जिले से Rajasthan Women’s Day पर एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है। जिले के सादलवा गांव की पांच सहेलियों ने एक साथ राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) कांस्टेबल बनकर इतिहास रच दिया। इनकी सफलता से न केवल गांव में बल्कि आसपास के आदिवासी इलाकों में भी लड़कियों का हौसला बढ़ा है, और अब वे भी पुलिस सेवा में जाने के सपने देखने लगी हैं।

साथ पढ़ीं, साथ बनीं कांस्टेबल

सिरोही जिले के पिंडवाड़ा उपखंड क्षेत्र में स्थित सादलवा गांव की पदम कंवर, मनिता कंवर, कृष्णा कंवर, प्रतीक्षा कंवर और रवीना कंवर ने कड़ी मेहनत से राजस्थान पुलिस में चयनित होकर मिसाल कायम की है। गांव के टीएसपी (Tribal Sub Plan) क्षेत्र में होने के कारण इन्हें विशेष छूट मिली, जिसका लाभ उठाकर इन्होंने पूरी लगन से परीक्षा की तैयारी की। मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ इन पांचों सहेलियों ने सफलता हासिल की और अब वे राजस्थान पुलिस में अपनी सेवाएं दे रही हैं।

Rajasthan Women’s Day पांचों महिला कांस्टेबलों की तैनाती

सफलता के बाद इन पांचों महिला कांस्टेबलों की तैनाती अलग-अलग थानों में हुई है—

  • पदम कंवर – पुलिस थाना शिवगंज
  • मनिता कंवर – पुलिस थाना बरलुट
  • कृष्णा कंवर – पुलिस थाना आबूरोड
  • प्रतीक्षा कंवर – पुलिस थाना सिरोही सदर
  • रवीना कंवर – पिटीएस (PTS) जयपुर

खेती-बाड़ी और रिक्शा चलाकर बेटियों को बनाया कांस्टेबल

इन पांचों महिला कांस्टेबलों के परिवार आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थे, लेकिन माता-पिता ने हर संभव प्रयास कर अपनी बेटियों को आगे बढ़ाया। दो लड़कियों के पिता ने रिक्शा चलाकर उन्हें पढ़ाया, तो कुछ परिवारों ने खेती-बाड़ी और छोटे-मोटे काम करके उनकी शिक्षा का खर्च उठाया। यह संघर्ष अब सफलता में बदल चुका है, जिससे पूरे गांव में गर्व का माहौल है।

गांव की बेटियों की सफलता पर जश्न

सादलवा गांव की इन बेटियों की सफलता पर पूरे गांव में उत्साह है। ग्रामीणों का कहना है कि इन लड़कियों ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं पांच सहेलियां

राजस्थान के इस छोटे से गांव की इन पांच सहेलियों की सफलता उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो कठिनाइयों के बावजूद अपने सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही हैं। यह उदाहरण दिखाता है कि यदि सच्ची लगन और मेहनत हो, तो कोई भी बाधा सफलता के रास्ते में नहीं आ सकती।

निष्कर्ष: Rajasthan Women’s Day के अवसर पर सिरोही की इन पांच सहेलियों की सफलता राजस्थान में महिला सशक्तिकरण  का एक शानदार उदाहरण है। इनकी मेहनत से न केवल उनका भविष्य उज्जवल हुआ बल्कि गांव की अन्य लड़कियों के लिए भी एक नई राह खुली है। यह कहानी साबित करती है कि अगर लड़कियों को सही अवसर और समर्थन मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं रहेंगी।

Join WhatsApp

Join Now